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जानिये क्रिकेट में मांकड़िग आउट क्या होता है?


आपने कई बार देखा होगा कि नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़ा खिलाड़ी गेंदबाज के गेंद फेंकने के पहले ही क्रीज छोड़ देता है ताकि एक रन जल्दी से चुराया जा सके या स्ट्राइक चेंज कर सके। जब गेंदबाज को लगता है कि उसके गेंद फेंकने से पहले ही बल्लेबाज नॉन-स्ट्राइकर क्रीज से बहुत पहले बाहर निकल रहा है तो वह नॉन-स्ट्राइकर छोर की गिल्लियां उड़ाकर नॉन-स्ट्राइकर बल्लेबाज को आउट कर सकता है इस घटना में में गेंद रिकॉर्ड नहीं होती लेकिन विकेट गिर जाता है

क्रिकेट के नियमों को मैरीलिबोन क्रिकेट क्लब (MCC) द्वारा बनाया जाता है और इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल की मदद से पूरे विश्व क्रिकेट में लागू किया जाता है MCC इंग्लैंड के लंदन में स्थित एक निजी क्लब है और यह इस खेल का अधिकारिक संस्थान नहीं है

क्रिकेट के खेल में खिलाड़ी लगभग 10 तरीके से आउट हो सकता है ये तरीके हैं;-

1. बोल्ड (Bowled)

2. कैच आउट (Caught)

3. लेग बिफोर विकेट (LBW)

4. स्टम्प्ड (Stumped)

5. रन आउट (Run Out)

6. गेंद को दो बार मारना (Hit the ball twice)

7. हिट विकेट (Hit wicket)

8. फील्ड को बाधित करना (Obstructing the Field)

9. टाइम आउट (Time Out)

10. मांकड़िग' आउट (Mankading out)

मांकड़िग' आउट" की यह घटना राजस्थान रॉयल्स और किंग्स एलेवेन पंजाब के बीच हुए मैच के दौरान हुई थी राजस्थान रायल्स के सलामी बल्लेबाज जोस बलटर आईपीएल इतिहास में 'मांकड़िग' तरीके से आउट होने वाले पहले बल्लेबाज बन गये हैं


1947 में हुआ था पहला मांकडिंग रन आउट

मांकडिंग रन आउट का जन्म 13 दिसंबर 1947 को हुआ था, जब वीनू मांकड द्वारा ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज बिल ब्राउन को इसी तरह रन आउट किया गया था। माकंड गेंदबाजी कर रहे थे और उन्होंने ब्राउन को क्रीज से बाहर निकलने पर रन आउट कर दिया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया-XI के खिलाफ उस दौरे पर दूसरी बार ब्राउन को ऐसे आउट किया था। तभी से इस तरह के रन आउट को मांकडिंग रन आउट कहा जाने लगा है।


विवाद क्यों हुआ?

दरअसल किसी बल्लेबाज को आउट करने से पहले चेतवानी दी जाती है कि ऐसा बार बार ना करे लेकिन यदि वह फिर भी नहीं मानता है तो गेंदबाज उसकी गिल्लियां बिखेर सकता है। अगर नियम की बात करें तो नियम में चेतावनी की कोई व्यवस्था नहीं है। लेकिन बिना चेतावनी दिए 'मांकड़िग' आउट' करना खेल भावना के विपरीत माना जाता है

आश्विन ने जोस बटलर को 'मांकड़िग' आउट' करने से पहले चेतावनी नहीं दी थी जिसे क्रिकेट जगत में खेल भावना के खिलाफ देखा जा रहा है और कुछ लोग आश्विन की आलोचना भी कर रहे हैं लेकिन यह क्रिकेट इतिहास की पहली घटना नहीं है


'मांकड़िग' आउट की घटनाएं

अगर भारतीय की बात करें तो कपिल देव ने दक्षिण अफ्रीका के पीटर कर्स्टन को 1992-93 की श्रृंखला के दौरान ‘मांकड़िंग आउट’ किया था। दूसरी तरफ घरेलू क्रिकेट में मुरली कार्तिक ने बंगाल के संदीपन दास को रणजी ट्राफी मैच में इसी तरह से आउट किया था

नोट: इंडियन टी20 लीग के चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा है कि टूर्नामेंट की शुरुआत में मैच रेफरी और सभी कप्तानों के साथ हुई बैठक में ‘मांकड़िग’ ना करने का फैसला लिया गया था

बहरहाल हम इस बहस में नहीं पड़ेंगे कि आश्विन ने ठीक किया या नहीं क्योंकि खेल में खिलाड़ी अपनी टीम की जीत सुनिश्चित करने के लिए हर उपाय करता है हालाँकि अगर आश्विन खेल भावना दिखाते तो हो सकता है कि उनकी टीम मैच हार जाती लेकिन वे कई क्रिकेट प्रशंसकों के दिल जीत लेते