आने वाले सालों में देश में भारी जल संकट की आशंका के बीच एक अच्छी खबर उत्तर-पूर्व से आई है। यहाँ का बांग्लादेश से सटा पहाड़ी राज्य मेघालय जल नीति बनाने वाला भारत का पहला राज्य बन गया। खबर के मुताबिक जल नीति के इस मसौदे के तहत बारिश का पानी संरक्षित करने के लिए चेक डेम बनाए जाएंगे, भूजल के अनियंत्रित दोहन को रोका जाएगा और पानी की गुणवत्ता पर भी ध्यान दिया जाएगा।
मेघालय के उप मुख्यमंत्री (टाइनसॉन्ग) के मुताबिक इस जल नीति के तहत पानी के इस्तेमाल और पानी के स्रोतों के संरक्षण की रूपरेखा तैयार की गई है। इसमें सामुदायिक स्तर पर भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी और गांवों के स्तर पर इकाइयां बनाई जाएंगी।
मेघालय पहाड़ी राज्य है। यहाँ भारी बारिश होती है लेकिन यह पानी यहाँ ठहर नहीं पाता और कुछ ही घंटों के भीतर पड़ोसी देश बांग्लादेश में बह जाता है। टाइनसॉन्ग ने यह जानकारी देते हुए कहा है कि इस जल नीति के तहत बारिश के इस पानी को बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बांध बनाए जाएंगे और इनसे जुड़े जलाशयों का इस्तेमाल और दूसरे कामों के लिए भी किया जाएगा।