Subscribe Us

header ads

आरबीआई द्वारा रेपो रेट में 35 बेसिस पॉइंट्स की कटौती, जीडीपी 6.9 प्रतिशत रहने का अनुमान

RBI lowers GDP growth forecast to 6.9 pc for FY'20 on demand, investment slowdown


भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इस तिमाही की क्रेडिट पॉलिसी जारी की गई है आरबीआई ने मौद्रिक नीति की समीक्षा में रेपो रेट में 35 बेसिस पॉइंट्स अथवा 0.35 फीसदी की कटौती का ऐलान किया है आरबीआई ने लगातार चौथी बार रेपो रेट में कटौती की है। आरबीआई अब बैंकों को 5.40 फीसदी पर कर्ज देगा इस कटौती के बाद रेपो रेट 9 साल में सबसे कम हो गया है। 

गवर्नर शक्तिकांत दास द्वारा पदभार सँभालने के उपरान्त यह चौथी कटौती है इस मुद्दे पर वोटिंग के समय मोनिटरिंग समिति के सभी सदस्यों ने दरें घटाने के पक्ष में वोट किया छह सदस्यों वाली मॉनिटरी पॉलिसी समिति के 4 सदस्यों ने 0.35 फीसदी कटौती के पक्ष में वोट किया. वहीं, 2 सदस्यों ने 0.25 फीसदी कटौती के पक्ष में वोट किया


दरों में कटौती का कारण?

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा यह कटौती इसलिए की गई है क्योंकि महंगाई में नरमी आ चुकी है और समिति के अनुसार पॉलिसी रेट्स में 0.35 फीसदी की कटौती करना उचित है इसके बाद रेपो रेट 5.40 फीसदी हो गया है ऐसा होने पर आम लोगों के लिए बैंक से कर्ज लेना और ब्याज दरों का बोझ घटने की उम्मीद है


जीडीपी का अनुमान

अगले वित्त वर्ष के लिए आरबीआई द्वारा लगाये गये अनुमान के अनुसार जीडीपी 7 फीसदी से घटाकर 6.9 फीसदी रह सकती है वित्त वर्ष 2020 की पहली छमाही में GDP ग्रोथ 5.8- 6.6% रहने का अनुमान


रेपो रेट किसे कहते हैं?

रेपो रेट दरअसल उस दर को कहते हैं जिस पर आरबीआई एनी बैंकों को कर्ज देता है जब किसी बैंक के पास पैसे की कमी होती है तो वह इसके लिए आरबीआई से कर्ज लेता है यह ऋण एक निर्धारित रेट पर मिलता है जो कि रेपो रेट कहलाता है


सीपीआई रेट घटा


भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अप्रैल से सितंबर के दौरान रिटेल महंगाई 3.2 से 3.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया है वहीं, वित्त वर्ष 2020 की पहली तिमाही में CPI महंगाई दर 3.6% रहने का अनुमान जताया गया है


रिवर्स रेपो रेट

भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा रिवर्स रेपो रेट (RRR) 0.35% घटाकर 5.15% करने की घोषणा की गई है इसके अलावा सीआरआर अर्थात कैश रिजर्व रेशो 4 प्रतिशत पर बरकरार रहने का अनुमान है