Indira Gandhi, Amrit Kaur named by TIME among '100 Women of the Year'
टाइम पत्रिका ने हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और स्वतंत्रता सेनानी राजकुमारी अमृत कौर को पिछले शताब्दी की दुनिया की 100 शक्तिशाली महिलाओं की सूची में शामिल किया है। टाइम पत्रिका ने राजकुमारी अमृत कौर को साल 1947 और इंदिरा गांधी को साल 1976 के लिये ‘वुमन ऑफ द ईयर’ करार दिया है।
टाइम पत्रिका ने इसके लिये विशेष कवर बनाया है। टाइम स्टाफ और विशेषज्ञों द्वारा कई महीने लंबी चली प्रक्रिया के बाद 600 नामांकन में से 100 प्रभावशाली महिलाओं का चयन किया गया। पत्रिका ने कहा कि अब 100 वुमन ऑफ द ईयर के साथ उन महिलाओं को स्थान दी जा रही है जिन्हें हमेशा नजरअंदाज किया गया था।
टाइम पत्रिका में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी
टाइम पत्रिका ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को पिछली सदी की 100 प्रभावशाली महिलाओं की सूची में शामिल किया है। टाइम पत्रिका ने इंदिरा गांधी के परिचय में लिखा है कि ‘भारत की सम्राज्ञी’ साल 1976 में भारत की बड़ी अधिनायकवादी बन गई थीं।
टाइम ने इंदिरा गांधी के बारे में कहा कि वे भारत की महान प्रशासक थीं। साल 1975 में आर्थिक अस्थिरता के चलते देशभर में हुए प्रदर्शनों ने उनकी सरकार को हिला दिया था। उन्होंने उस समय चुनाव अवैध घोषित होने के बाद आपातकाल का घोषणा कर दिया था।
टाइम पत्रिका में राजकुमारी अमृत कौर
टाइम पत्रिका ने राजकुमारी अमृत कौर के परिचय में बताया कि युवा राजकुमारी ऑक्सफोर्ड में पढ़ने के बाद साल 1918 में भारत लौटीं और वे शीघ्र महात्मा गांधी की शिक्षा से बेहद प्रभावित हो गई थीं। महात्मा गांधी के विचारों से प्रभावित होकर राजकुमारी कौर ने स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल होने का फैसला किया। राजकुमारी अमृत कौर का जन्म कपूरथला के शाही परिवार में हुआ था। उन्होंने भारत को औपनिवेशिक बेड़ियों से आजाद कराने हेतु संघर्ष किया. उन्होंने दस साल स्वास्थ्य मंत्रालय संभाला था।
टाइम पत्रिका में ये भी शामिल
टाइम पत्रिका में डिजाइनर कोको चैनल, लेखिका वर्जीनिया वुफ, महारानी एलिजाबेथ, अभिनेत्री मर्लिन मुनरो, राजकुमार डायना, चीन की फार्मास्युटिकल केमिस्ट तु यूयू, मिशेल ओबामा और यूएन की रिफ्यूजी एजेंसी की अगुआई करने वाली पहली महिला और इकलौती जापानी नागरिक सडाको ओगाता के नाम शामिल हैं।
वुमन ऑफ द ईयर क्यों शुरू किया गया?
टाइम पत्रिका ने ‘वुमन ऑफ द ईयर’ शुरू करने का कारण बताते हुए कहा कि 72 वर्षों तक मैन ऑफ द ईयर दिया गया जो कि हमेशा कोई न कोई पुरुष होता था। साल 1999 में लैंगिक रूप से संवदेनशील बनाने के लिए ‘मैन ऑफ द ईयर’ को ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ किया गया।